Haryana सरकार अब स्कूल के बच्चों को कराएगी महाकुंभ स्नान, स्कूल बसों से संगम यात्रा की तैयारी
स्कूल बसों को शैक्षिक और धार्मिक यात्राओं के लिए अस्थायी परमिट देने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल छात्रों को नई चीजें सीखने का अवसर मिलेगा,

Haryana सरकार ने स्कूल के छात्रों को महाकुंभ स्नान कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए कई निजी स्कूलों ने प्रयागराज में संगम स्नान के लिए छात्रों को ले जाने की योजना बनाई है। खास बात यह है कि छात्रों को पर्यटक बसों की बजाय स्कूल बसों से ही स्नान के लिए ले जाया जाएगा।
स्कूल बसें अब घर से स्कूल ही नहीं, संगम स्नान के लिए भी जाएंगी
अब तक स्कूल बसों का उपयोग केवल बच्चों को घर से स्कूल और स्कूल से घर ले जाने के लिए किया जाता था, लेकिन अब ये बसें छात्रों को धार्मिक और शैक्षिक यात्राओं के लिए भी इस्तेमाल की जाएंगी। हरियाणा परिवहन विभाग द्वारा एक विशेष योजना के तहत अस्थायी परमिट जारी किए जा रहे हैं, जिससे स्कूल बसों को अन्य राज्यों में शैक्षिक यात्राओं के लिए ले जाने की अनुमति मिलेगी।
500 रुपये में मिलेगा अस्थायी परमिट
परिवहन विभाग ने इस योजना के तहत सिर्फ 500 रुपये में अस्थायी परमिट जारी करने का निर्णय लिया है। इस परमिट के तहत शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों के लिए एक सप्ताह तक का टूर आयोजित कर सकते हैं। इससे छात्रों को धार्मिक और ऐतिहासिक स्थानों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा।
शैक्षिक संस्थान उठा रहे हैं इस योजना का लाभ
हरियाणा के कई शैक्षणिक संस्थान अब इस नई सुविधा का लाभ उठाकर छात्रों के लिए विशेष शैक्षिक यात्राओं का आयोजन कर रहे हैं। हर दिन परिवहन विभाग को 10 से अधिक स्कूल बसों के अस्थायी परमिट के लिए आवेदन मिल रहे हैं।
परमिट के लिए आवेदन प्रक्रिया
जो भी शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों को धार्मिक या शैक्षिक यात्रा पर भेजना चाहते हैं, उन्हें कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां परिवहन विभाग को उपलब्ध करानी होंगी।
- यात्रा पर जाने वाले छात्रों की संख्या
- यात्रा की अवधि और स्थान
- शैक्षणिक संस्थान के लेटरहेड पर लिखित अनुरोध पत्र
परिवहन विभाग इन जानकारियों के आधार पर स्कूल बसों को अस्थायी परमिट जारी कर रहा है।
स्कूलों ने संगम स्नान के लिए की तैयारियां
हरियाणा के कई निजी स्कूलों ने प्रयागराज के संगम में महाकुंभ स्नान के लिए बसों को तैयार करना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक स्तर पर भी इस यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
शैक्षिक यात्रा में धार्मिक महत्व भी शामिल
महाकुंभ केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यह यात्रा छात्रों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से परिचित कराएगी।
अन्य धार्मिक और शैक्षिक स्थलों के लिए भी मांगे जा रहे हैं परमिट
सिर्फ महाकुंभ स्नान ही नहीं, बल्कि हरियाणा के स्कूलों द्वारा अन्य धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के लिए भी अस्थायी परमिट मांगे जा रहे हैं।
हरियाणा के करनाल जिले के कई शैक्षणिक संस्थान परीक्षाओं के बाद छात्रों को विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा कराने की योजना बना रहे हैं। इन स्थानों में शामिल हैं:
- जयपुर
- आगरा
- वृंदावन
- अमृतसर
- त्रिलोकपुर
- चंडीगढ़
- आनंदपुर साहिब
- ऊना
यात्रा के लाभ और सुरक्षा की तैयारी
इस योजना से छात्रों को न केवल ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे नई जगहों का अनुभव भी प्राप्त कर सकेंगे।
यात्रा के मुख्य लाभ:
- धार्मिक और सांस्कृतिक ज्ञान में वृद्धि
- ऐतिहासिक स्थलों के प्रति रुचि बढ़ेगी
- छात्रों के बीच सामूहिक यात्रा का अनुभव विकसित होगा
- शैक्षिक संस्थानों को नई यात्रा योजनाओं को लागू करने का अवसर मिलेगा
यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध:
- प्रत्येक बस में स्कूल के शिक्षक और स्टाफ मौजूद रहेंगे।
- बच्चों के लिए खाने-पीने और मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की जाएगी।
- परिवहन विभाग के नियमों का पालन करते हुए यात्रा की जाएगी।
परिवहन विभाग की नई नीति क्यों महत्वपूर्ण है?
हरियाणा परिवहन विभाग की यह नई नीति स्कूलों को अधिक स्वतंत्रता और सुविधा प्रदान कर रही है। पहले स्कूल बसों का उपयोग केवल विद्यालय संचालन के लिए ही किया जाता था, लेकिन अब धार्मिक और शैक्षिक यात्राओं के लिए भी इनका उपयोग संभव होगा।
यह नीति छात्रों को स्कूल की पढ़ाई से बाहर भी वास्तविक अनुभव प्राप्त करने का अवसर देगी। इस योजना से धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और अलग-अलग राज्यों में विद्यार्थियों की भागीदारी को भी बढ़ावा मिलेगा।
हरियाणा सरकार द्वारा स्कूल बसों को शैक्षिक और धार्मिक यात्राओं के लिए अस्थायी परमिट देने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल छात्रों को नई चीजें सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों से भी जोड़ा जा सकेगा।
महाकुंभ स्नान की योजना और अन्य शैक्षिक यात्राएं छात्रों के लिए एक नया और यादगार अनुभव साबित हो सकती हैं। यह कदम शिक्षा को कक्षा से बाहर निकालकर वास्तविक दुनिया में लाने का एक बेहतरीन प्रयास माना जा रहा है।